• Super Conductivity (अतिचालकता ) :-
अतिचालकता कि खोज सन् 1911 में Kemarling onnes (केमरलिंग ओन्नेस) द्वारा की गई थी।
" जब कुछ पदार्थों, यौगिकों और मिश्रधातुओं को जब तरल हीलियम He ताप तक ठंडा किया जाता है तो उनकी विद्युत प्रतिरोधकता (electric resistivity) धीरे - धीरे कम होती लेकिन एक ताप पर अचानक एकदम से शून्य 0 हो जाती है और चालकता (Conductivity) अनंत (infinite) हो जाती है। इस प्रकार चालकता के अनन्त होने कि घटना अतिचालकता कहलाती हैं तथा वह पदार्थ जो यह गुण दर्शाता है अतिचालक पदार्थ (superconductor) कहलाता है ।"
जिस ताप पर यह परिघटना होती है वह उस पदार्थ का क्रांतिक ताप (critical Temperature) कहलाता है।
उदाहरण -
- एल्युमिनियम (Aluminium) [Al - 13 - 27],
- पारा (Mercury) [Hg-80-200.6],
- निओबीयम (Niobium) [Nb - 41-91 ] आदि.
अतिचालकता का कारण (Cause Of Superconductivity) -
यह माना जाता है की जब पदार्थ को ठंडा किया जाता है तब इलेक्ट्रानों पर संक्रमण तापमान के समीप एक कमजोर आकर्षण बल कार्य करता है जिससे इलेक्ट्रोनों के समीप आने पर युग्मों (pairs) का निर्माण होता है। यह युग्म आयनिक कंपनो (ionic vibrations) से विछिप्त नहीं होते तथा लगातार बिना टकरावों ( collisions) के चलते रहने के कारण बिना बाधा के विद्युत प्रवाह (Current Flow) सतत (continuosly) बना रहता है।
अतिचालकता के उपयोग -
- Super Computer
- Quantum Computer
- Space craft
- Rover